Download or decorate your wall by purchasing their frames. (आप चाहें तो इन्हे डाउनलोड करें या तो “फ्रेम ख़रीदें” पर क्लिक करके इसे ख़रीदकर अपने घर की दीवारों पर सजाएं।) ख़रीदने हेतु “फ्रेम खरीदें” बटन को क्लिक करें। यदि प्रदर्शित आकार 8×8 छोटा लगे तो स्टोर में अन्य आकार भी खोजा जा सकता है। ये सभी चित्र 8×8 और 12×12 आकारों में उपलब्ध हैं।
“शीघ्रं जागरणं श्रेयो निद्रायां गर्वतो भ्रमात्॥”
– आचार्यश्री कौशलेन्द्रकृष्ण जी

“महाकुलानां च कुलप्रतिष्ठा शिष्टाश्रया सृष्ट्युपदा सुकन्या। स्त्रीणामशुद्ध्या तु कुलं ह्यशुद्धमुवाच पार्थः प्रथमेऽच्युताय॥”
– आचार्यश्री कौशलेन्द्रकृष्ण जी

“को भर्ता तनयो भार्या प्रसव्ये नैव सङ्गताः। स्वशरीरमपि द्वेष्टि परश्रद्धा हि मूर्खता॥”
– आचार्यश्री कौशलेन्द्रकृष्ण जी

“कर्तव्यतैव संसारो न तां पश्यन्ति सूरयः। शून्याकारा निराकारा निर्विकारा निरामयाः॥”
– अष्टावक्र गीता

“अधः पश्यस्व मोपरि सन्तरां पादकौ हर। मा ते कशप्लकौ दृशन्स्त्री हि ब्रह्मा बभूविथ॥”
– ऋग्वेद ८.३३.१९

“आदित्यः परमो गुरुः”
– आचार्यश्री कौशलेन्द्रकृष्ण जी
