by पं. श्री कौशलेन्द्रकृष्णशर्मा | Mar 19, 2023 | Blogs, महेश शर्मा
वृषभानु सुता ने शृंगार कियो, कब दैखेंगे मोहे वो नंद लला।इक बार चली जब सज धज के पथ बीचि मिले उन्हे बाल सखा।अब सोच रहीं की न देखैं हमें, मुख अंचल ढाँक रहीं वो लजा।जब देखा नही नंद नंदन ने उर बीच उठी अति व्याकुलता।हमने तो शृंगार किये तन पे कहीं देखेंगे नेक पियारे सखा।पर...
by पं. श्री कौशलेन्द्रकृष्णशर्मा | Mar 19, 2023 | लेखक गण
पं. श्री महेश शर्मा (महेश्वरानन्द पुरोहित) पं. श्री महेश शर्मा एक उत्कृष्ट विद्यार्थी, शिक्षक तथा भागवत प्रवक्ता हैं। बहुंत ही कम आयु में इन्हें शिक्षक पद की प्राप्ति हो गई थी तथा वर्तमान में छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिला अन्तर्गत ये अपनी सेवाएं दें रहे हैं। साथ ही...
by पं. श्री कौशलेन्द्रकृष्णशर्मा | Feb 25, 2023 | Blogs, आचार्यश्री जी, देविस्तोत्राणि, स्तोत्र, स्वरचित संस्कृत काव्य
कं कं केशेषु मेघेषु मनसिजबृसीं धूर्जटेः भूषितेशींकाशामाकाशवासामरुणकरुणया प्रोल्लसद्रुक्मरेखाम्।डं डं डं डं निनादेऽस्थिरनटनटितां दैत्यनाट्यं विभङ्गांतां वन्दे तन्त्रमातां जगदुदयकृतां दीध्यनायेशयोषे॥१॥ “जिनके मेघ स्वरूप केशों में आभूषणस्वरूप चन्द्रमा को स्वयं...
by पं. श्री कौशलेन्द्रकृष्णशर्मा | Feb 19, 2023 | Blogs, आचार्यश्री जी, देविस्तोत्राणि, शिवस्तोत्राणि, स्तोत्र, स्वरचित संस्कृत काव्य
शुभशितिकचकान्तिं दाडिमीपुष्पवर्णा–धरनलिनयमाक्षीं रुक्मशोभाकिरीटम्।विधुजटितजटाभिर्जाटकं मङ्गलानांनववरवधुयुग्मं पार्वतीशं नतोऽस्मि॥१॥ सुन्दर काले केशों की कान्ति, अनार के पुष्प के समान लाल ओष्ठ तथा कमल पुष्प के दो पंखुड़ियों के समान नेत्र, स्वर्ण मुकुट से परिपूर्ण...
by पं. श्री कौशलेन्द्रकृष्णशर्मा | Jan 24, 2023 | Blogs, आचार्यश्री जी, देविस्तोत्राणि, पीडीएफ, विष्णुस्तोत्राणि, शिवस्तोत्राणि, स्तोत्र, स्वरचित हिन्दी काव्य
आचार्यश्री कौशलेन्द्रकृष्ण जी के द्वारा जन साधारण हेतु सरल हिन्दी में तीन देवताओं की स्तुतियों का प्रणयन हुआ है। स्तुति उसे ही कहें तो उचित है जो कि ध्येय तथा ध्याता के मध्य सम्बन्ध स्थापित करे। किन्तु संस्कृत की स्तुतियाँ, एक तो कम लोग ही शुद्ध उच्चारण में समर्थ हैं,...