॥ घृणिः ॥ ॐ नमो भगवतेऽजितवैश्वानरजातवेदसे ॥ घृणिः ॥

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Kashakritsna Vyakaranam

<पीडीएफ लिस्ट/ मुखपृष्ठ भाषासंस्कृतव्याख्यायुधिष्ठिर मीमांसकप्रारूप*pdfआकार91.8MBफाइल संख्या1 विवरण – काशकृत्स्न कृत व्याकरण पाणिनि कृत व्याकरण से पूर्व का तथा वैदिक व्याकरणों में से एक है जिसका संकेत स्वयं पाणिनि जी ने “ऐन्द्रं चान्द्रं...
शारदापराधक्षमापनम्

शारदापराधक्षमापनम्

   रचयिता – आचार्यश्री कौशलेन्द्रकृष्ण जी   (कथावक्ता, श्लोककार, ग्रंथकार, कवि) सरससारससङ्कुलसंहित-स्थितिसुभाषितवैभवभूषिते।चिचरिषामि सुपादनखे वने-विविधवृक्षदलैर्दह मे मलम्॥१॥ सुन्दर कमल समूहों के निकट विद्यमान रहने वाले (हंस) के ऊपर स्थिति...

Kamasutra

<पीडीएफ लिस्ट/ मुखपृष्ठ भाषासंस्कृत, हिन्दीटीकाकारडॉ. रामानंद शर्मामुद्रककृष्णदास अकादमीप्रारूप*pdfआकार91.8MBफाइल संख्या1 विवरण – वस्तुतः कामसूत्र अंग्रेजी अनुवादों के रूप में पाश्चात्य विद्वानों द्वारा भारतीय संस्कृति के अपमान का एक शस्त्र बनकर रहा है,...

Ashtadas Smriti

<पीडीएफ लिस्ट/ मुखपृष्ठ भाषासंस्कृत, हिन्दीटीकाकारपं. सुन्दरलालजी त्रिपाठीमुद्रकखेमराज श्रीकृष्णदास प्रकाशनप्रारूप*pdfआकार226.1MBफाइल संख्या1 विवरण – इसमें अत्रि, विष्णु, हारीत, औशनस, आङ्गिरस, यम, आपस्तम्ब, संवर्त्त, कात्यायन, बृहस्पति, पाराशर, व्यास, शंख,...
रमापराधक्षमापनम्

रमापराधक्षमापनम्

   रचयिता – आचार्यश्री कौशलेन्द्रकृष्ण जी   (कथावक्ता, श्लोककार, ग्रंथकार, कवि) कमलयमलचक्षुं यामलैर्वारणानांमहितचरणयुग्मं शुभ्रशोभां शुभाङ्गीम्।अतिललितकटाक्षो भूतयः सेवकानांकलितकुमुदमध्येऽधिष्ठितां तान्नमामि॥१॥ जिनके कमल की दो कर्णिकाओं जैसे...
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