by पं. श्री कौशलेन्द्रकृष्णशर्मा | May 1, 2023 | Blogs, आचार्यश्री जी, स्वरचित हिन्दी काव्य
लेखक – आचार्यश्री कौशलेन्द्रकृष्ण जी (कथावक्ता, श्लोककार, ग्रंथकार, कवि) हृदयस्थल के अंतः तल मेंएक नाम नित गाता हूँ।राम राम की धुन को सुनकरशरणागत हो जाता हूँ।देवालय में निज आलय मेंनिर्जन वन के मेघालय में।लय में लय से मुक्त निलय मेंराम...
by पं. श्री कौशलेन्द्रकृष्णशर्मा | Mar 31, 2023 | Blogs, गीत, पं. श्री सूरज प्रसाद शर्मा
लेखक – पं. श्री सूरज प्रसाद शर्मा(सूखाताल, कवर्धा छत्तीसगढ़) करिया कन्हैया नन्दलाल रे, मुरलिया तोर।मधुर मधुर धुन बाजे, बसुरिया तोर। करिया कन्हैया…मैं जिहाँ जिहाँ जाथौं, तैं उहाँ उहाँ जाथस।मैं तोला नइ छिटकारौं काबर आघू पाछू आथस।तोर मन मा भरे हे मलाल रे, मुरलिया...