॥ घृणिः ॥ ॐ नमो भगवतेऽजितवैश्वानरजातवेदसे ॥ घृणिः ॥

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Jati Bhaskar

मुख्यपृष्ठ लेखकज्वाला प्रसाद मिश्रप्रकाशकखेमराज श्रीकृष्णदाससंस्करणप्रारूप*pdfआकार36.4MBभाषाहिन्दीफाइल संख्या1 विवरण – जाति भास्कर ग्रंथ में भारत में प्रचलित समस्त जातिओं की उत्पत्ति का क्रमवार वर्णन का उद्यम किया गया है। ब्राह्मण, क्षत्रीय, वैश्य, शूद्र आदि की...
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