॥ घृणिः ॥ ॐ नमो भगवतेऽजितवैश्वानरजातवेदसे ॥ घृणिः ॥

संपर्क करें

देवी भागवत

मुख्यपृष्ठ लेखकभगवान् कृष्णद्वैपायन (वेदव्यास)भाषासंस्कृत, हिन्दीप्रकाशकगीताप्रेस गोरखपुरआकार47.2MB + 46.7MBप्रारूप*pdfफाइल संख्या2 विवरण – पुराणवाङ्मयमें श्रीमद्देवीभागवतमहापुराण का अत्यन्त महिमामय स्थान है। पुराणोंकी परिगणनामें वेदतुल्य, पवित्र और सभी...
error: कॉपी न करें, शेयर करें। धन्यवाद।