॥ घृणिः ॥ ॐ नमो भगवतेऽजितवैश्वानरजातवेदसे ॥ घृणिः ॥

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हलषष्ठी माता की आरती

हलषष्ठी माता की आरती

   प्रणेता – आचार्यश्री कौशलेन्द्रकृष्ण जी   (कथावक्ता, श्लोककार, ग्रंथकार, कवि) जय षष्ठी माते जय हलषष्ठी माते।नीराजनममरैर्कृतमाधात्रे जाते॥ जय हल…करुणामयि गुणशीले तिथिशीलेऽभयदे।वचसातीतमहिम्ने वात्सल्येऽऽनन्दे॥ जय हल…कंसभगिन्या पूज्ये...

देवी भागवत

मुख्यपृष्ठ लेखकभगवान् कृष्णद्वैपायन (वेदव्यास)भाषासंस्कृत, हिन्दीप्रकाशकगीताप्रेस गोरखपुरआकार47.2MB + 46.7MBप्रारूप*pdfफाइल संख्या2 विवरण – पुराणवाङ्मयमें श्रीमद्देवीभागवतमहापुराण का अत्यन्त महिमामय स्थान है। पुराणोंकी परिगणनामें वेदतुल्य, पवित्र और सभी...
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