by पं. श्री कौशलेन्द्रकृष्णशर्मा | Oct 17, 2022 | Blogs, आचार्यश्री जी, प्राकीर्ण
यहाँ दिये गए सारे वाक्य शास्त्रों के हैं। इनका उद्देश्य किसी को ठेस पहुंचाना नहीं अपितु भागवत प्रवाचिका युवतियों तथा श्रोताओं को अवगत कराना है। ये शास्त्र सिद्धान्त धर्म है। इनका पालन न करने वाला हर व्यक्ति अधर्मी ही होगा। “इतिहासपुराणं च पञ्चमं वेद...