by पं. श्री कौशलेन्द्रकृष्णशर्मा | Sep 4, 2022 | Blogs, आचार्यश्री जी, प्राकीर्ण
आज हम फेसबुक पर एक लेख पढ़ रहे थे। उसमें हमें एक टिप्पणी मिली। आक्षेपक ने लिखा था, “करपात्री जी तो रजस्वला होने से पहले ही कन्या के विवाह हेतु कहते हैं। कितना व्यंग्यात्मक है यह।” उसके उपरान्त ही एक व्यक्ति ने लिखा था, “आप कन्यादान करोगे कि...