॥ घृणिः ॥ ॐ नमो भगवते जितवैश्वानरजातवेदसे ॥ घृणिः ॥

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ग्रहण के कर्तव्य अकर्तव्य

ग्रहण के कर्तव्य अकर्तव्य

सूर्यग्रहण तथा चन्द्रग्रहण क्यों होता है, यह तो आप सब सुने ही हैं। इस विषय पर चर्चा न करते हुए सीधे आवश्यक विषयों पर आते हैं। पहले तो हमें यह ज्ञात हो कि ग्रहण दिखे, तभी मान्य होगा। विभिन्न पंचांगों में विभिन्न समय देखकर कुछ जन भ्रमित होते हैं। इन विभिन्न समयों का...
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