॥ घृणिः ॥ ॐ नमो भगवतेऽजितवैश्वानरजातवेदसे ॥ घृणिः ॥

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Manusmriti With Medhatithi Commentary (Ebook)

<पीडीएफ लिस्ट/ भाषासंस्कृतसंपादकगंगानाथ झा महामहोपाध्यायमुद्रकदी इण्डियन प्रेस लिमिटेडप्रारूप*pdfआकार39.3MB + 34.4MB + 6.1MBफाइल संख्या3 विवरण – यह ग्रंथ मनुस्मृति में श्री मेधातिथि द्वारा कृत भाष्य का ग्रंथ है। वैसे तो मनुस्मृति में अनेकों भाष्य हैं किन्तु...

Manusmriti With Kulluka Commentary (Ebook)

<पीडीएफ लिस्ट/ भाषासंस्कृतसंपादकआचार्य जगदीशलाल शास्त्रीमुद्रकमोतीलाल बनारसीदासप्रारूप*pdfआकार253.8MBफाइल संख्या1 विवरण – यह ग्रंथ मनुस्मृति में श्री कुल्लूक भट्ट द्वारा कृत भाष्य का ग्रंथ है। वैसे तो मनुस्मृति में अनेकों भाष्य हैं किन्तु कुल्लूक भाष्य...

Brihad Mantra Maharnavam (Ebook)

<पीडीएफ लिस्ट/ भाषासंस्कृत, हिन्दीसंपादकआचार्य पं. राजेश दीक्षितमुद्रकदेहाती पुस्तक भण्डार, नई दिल्लीप्रारूप*pdfआकार225.1MBफाइल संख्या1 विवरण – बहद् मन्त्र महार्णवम् मंत्रों के समूह का एक शास्त्र है जहाँ आपको हर प्रकार के मंत्र उपलब्ध होंगे। यदि आपको प्रत्येक...

Shri Divyananda Chandrodaya

<पीडीएफ लिस्ट/ भाषासंस्कृत, हिन्दीलेखकपं. श्री रघुनाथ प्रसाद शर्माप्रारूप*pdfआकार4.4MBफाइल संख्या1 विवरण – श्रीदिव्यानन्दचन्द्रोदय शाकद्वीपीय मग ब्राह्मणों के शास्त्रीय उद्धरणों का संग्रह है जिससे कि जिज्ञासु मग ब्राह्मणों के इतिहास को पुराणों आदि विभिन्न...
तैं नइ जानच (लोकगीत)

तैं नइ जानच (लोकगीत)

   लेखक – आचार्यश्री कौशलेन्द्रकृष्ण जी   (कथावक्ता, श्लोककार, ग्रंथकार, कवि) तैं हा नइ जानच पोंगा फँसे हे तोर डोंगातैं नइ जानच।ये रे!तोर मोर काया माटी के संगी मोर!एही आवै जम्मो पोथी बेद के निचोरतैं हा नइ जानच।लाली पानी के तोर काया...
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