॥ घृणिः ॥ ॐ नमो भगवतेऽजितवैश्वानरजातवेदसे ॥ घृणिः ॥

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लेखकअज्ञात
भाषासंस्कृत
प्रकाशकविश्वविद्यालय प्रकाशन
प्रारूप*pdf
आकार54.2MB + 32.1MB + 16.9MB
फाइल संख्या3

विवरण –

भुषुण्डि रामायण श्री रामचरित काव्य ग्रंथ समूह का एक अभिन्न अंग है। वस्तुतः इसका नाम आदि रामायण, ब्रह्मरामायण तथा भुशुण्डिरामायण ये तीन प्रचलित हैं, तथापि नाम से जानते हुए लोग इससे अनभिज्ञ ही होते हैं। इस ग्रंथ में भगवान् श्रीराम की एक भिन्न ही छवि प्रस्तुत है, जिसमें कि उन्हें रासबिहारी कृष्ण के समान ही प्रदर्शित किया गया है। इसकी काव्य शैली बड़ी लुभावनी तथा सुन्दर है, तथापि इसके लेखक (रचयिता) का वर्णन कहीं भी सुलभ नहीं।

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